“दरभंगा में फर्जी IAS और IPS का भंडाफोड़, चार आरोपी गिरफ्तार”
बिहार के दरभंगा जिले में फर्जी IAS और IPS अधिकारियों का मामला सामने आया है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरोह सरकारी अधिकारियों की पहचान का गलत उपयोग कर लोगों को धोखा देने का काम कर रहा था।
कैसे खुला फर्जीवाड़े का राज?
संदिग्ध गतिविधियां:
- दरभंगा में कुछ लोगों के सरकारी अधिकारियों के रूप में घूमने की खबरें सामने आईं।
- वे खुद को IAS और IPS अधिकारी बताते हुए स्थानीय लोगों और व्यापारियों से संपर्क कर रहे थे।
पुलिस की जांच:
- स्थानीय पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद जांच शुरू की।
- संदिग्धों की हरकतों और उनके दावों में असामान्य बातें पाई गईं।
गिरफ्तारी:
- जांच के दौरान, पुलिस ने इन फर्जी अधिकारियों को धर दबोचा।
- चारों आरोपियों के पास से फर्जी पहचान पत्र, वर्दी, और सरकारी दस्तावेज बरामद हुए।
फर्जी अधिकारियों की करतूतें:
- धोखाधड़ी:
- यह गिरोह लोगों से पैसे ऐंठने के लिए खुद को उच्च पदों पर तैनात अधिकारी बताता था।
- नौकरी लगाने, ठेके दिलाने, और सरकारी योजनाओं में मदद करने का झांसा देकर लोगों को ठगता था
- लोकल नेटवर्क:
- गिरोह ने कई स्थानीय व्यापारियों और प्रभावशाली लोगों से संपर्क कर उनके भरोसे को तोड़ा।
- इनके झांसे में कई भोले-भाले लोग आ चुके हैं।
गिरफ्तार आरोपियों से बरामद सामान:
- फर्जी पहचान पत्र।
- IAS और IPS वर्दी।
- फर्जी सरकारी मोहर और दस्तावेज।
- मोबाइल और नकदी।
पुलिस का बयान:
- दरभंगा पुलिस ने कहा कि यह गिरोह पिछले कई महीनों से सक्रिय था।
- आरोपियों से पूछताछ जारी है, और उनके अन्य साथियों का भी पता लगाया जा रहा है।
- पुलिस ने यह भी कहा कि इस प्रकार की धोखाधड़ी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया:
- घटना के बाद स्थानीय लोग हैरान हैं।
- उनका कहना है कि इस तरह के फर्जी अधिकारियों से बचने के लिए सावधानी और सतर्कता जरूरी है।