Raj Kapoor की ‘मेरा नाम जोकर’ को बनने में क्यों लगे थे छह साल? ये थी फिल्म फ्लॉप होने की सबसे सॉलिड वजह
राज कपूर की फिल्म मेरा नाम जोकर को पूरा होने में छह साल का समय लगा, और इसके पीछे कई कारण थे। यह फिल्म अपनी विशालता, जटिलता और विषयवस्तु के कारण विशेष रूप से समय लेने वाली थी। राज कपूर ने इसे एक मैग्नम ओपस के रूप में बनाने का निर्णय लिया था, जो जीवन और बलिदान के गहरे विषयों को छूता था। फिल्म में रूस सहित कई अंतरराष्ट्रीय स्थानों पर शूटिंग की गई और इसमें एक बड़ा कास्ट भी था, जिसमें सोवियत अभिनेता भी शामिल थे
फिल्म की कहानी और उसके शिल्प ने भी इसको एक जटिल प्रोजेक्ट बना दिया। राज कपूर ने इसमें अपने जीवन के अनुभव और भावनाओं को शामिल किया था, जो फिल्म को उनके लिए व्यक्तिगत रूप से बेहद खास बनाता था। फिल्म का फिलॉसॉफिकल टोन, लंबाई और असामान्य कहानी शैली ने भारतीय दर्शकों को उलझा दिया, और यही कारण था कि यह बॉक्स ऑफिस पर विफल रही। फिल्म की तीन घंटे से ज्यादा की लंबाई और गहरे विचारशील विषय भारतीय दर्शकों के लिए बहुत अधिक थे, जिनकी अपेक्षाएँ उस समय की पारंपरिक फिल्मों से कहीं अलग थीं
राज कपूर की यह फिल्म, जो पहले काफी हद तक नकारात्मक रूप से जानी जाती थी, समय के साथ एक कल्ट क्लासिक बन गई। इसकी गहरी नाटकीयता और मानवीय भावनाओं का चित्रण अब सराहा जाता है। इसके गाने और संवाद भी समय के साथ लोकप्रिय हुए, और यह फिल्म अब भारतीय सिनेमा की एक पारंपरिक और समृद्ध धरोहर के रूप में मानी जाती है