दिल्ली की राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई है। बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी की विवादित टिप्पणी ने राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मचा दिया है। कांग्रेस और आप (AAP) ने बिधूड़ी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उनके बयान को न केवल महिला विरोधी बल्कि सामाजिक सौहार्द्र के खिलाफ बताया है।
क्या है मामला?
बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने एक जनसभा के दौरान कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और दिल्ली की कैबिनेट मंत्री आतिशी मार्लेना पर विवादित बयान दिया।
बिधूड़ी के इस बयान को विपक्ष ने महिला अपमान और भड़काऊ राजनीति करार दिया है।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब दिल्ली में लोकसभा चुनाव 2024 और अन्य राजनीतिक मुद्दों पर गर्मा-गर्मी का माहौल बना हुआ है।
कांग्रेस और AAP का पलटवार
कांग्रेस: प्रियंका गांधी ने रमेश बिधूड़ी पर हमला करते हुए कहा कि बीजेपी के नेता बार-बार महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने बिधूड़ी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
AAP: आतिशी ने बिधूड़ी के बयान को शर्मनाक बताते हुए इसे दिल्ली की महिलाओं का अपमान करार दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेता महिलाओं के खिलाफ अभद्र भाषा बोलने की आदत बना चुके हैं।
दोनों दलों ने एकजुट होकर इस मुद्दे पर संसद से लेकर सड़क तक विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।
बीजेपी की प्रतिक्रिया
बीजेपी ने इस मामले में बिधूड़ी के बयान से किनारा करते हुए इसे व्यक्तिगत बयान करार दिया। पार्टी सूत्रों का कहना है कि बयान के तथ्यों की जांच के बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी।
सियासी असर
विवादित बयान ने दिल्ली की राजनीति को गरमा दिया है, जहां कांग्रेस और AAP पहले से ही बीजेपी के खिलाफ संयुक्त मोर्चा बना रहे हैं।
इस मुद्दे से बीजेपी को दिल्ली में महिला मतदाताओं के बीच नुकसान झेलना पड़ सकता है।
कांग्रेस और AAP ने इसे एक बड़ा चुनावी मुद्दा बनाने की योजना बनाई है।
निष्कर्ष
रमेश बिधूड़ी की विवादित टिप्पणी ने दिल्ली की राजनीति को नए विवाद का मैदान बना दिया है। महिला सम्मान और सामाजिक मुद्दों को लेकर अब विपक्ष बीजेपी पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। आगामी चुनावों में यह मुद्दा कितना असर डालेगा, यह देखना दिलचस्प होगा।