“सुनील गावस्कर को न बुलाने पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की अजीब सफाई, फैंस ने किया विरोध”
भारतीय क्रिकेट के दिग्गज सुनील गावस्कर को हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में हुए एक बड़े क्रिकेट इवेंट के प्रेजेंटेशन समारोह में आमंत्रित न करने पर विवाद खड़ा हो गया है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ने इस पर सफाई दी, लेकिन उनका बयान सुनकर क्रिकेट फैंस और विशेषज्ञों की नाराजगी और बढ़ गई।
क्या है मामला?
- क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने एक हाई-प्रोफाइल मैच के बाद के प्रेजेंटेशन में सुनील गावस्कर जैसे महान क्रिकेटर को मंच पर बुलाने से परहेज किया।
- गावस्कर, जो भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक आइकॉनिक हस्ती हैं, उस मैच के दौरान मौजूद थे।
- इस घटनाक्रम को लेकर क्रिकेट जगत में सवाल उठने लगे कि आखिर क्यों गावस्कर को नजरअंदाज किया गया।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की सफाई
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने बयान जारी करते हुए कहा कि:
- समय की कमी:
- “प्रेजेंटेशन का समय सीमित था, और इसमें केवल प्रमुख आयोजकों और खिलाड़ियों को शामिल करने का फैसला किया गया।”
- प्रोटोकॉल का हवाला:
- “यह निर्णय हमारे मानक प्रोटोकॉल का हिस्सा था, जिसमें हर विशेष अतिथि को मंच पर आमंत्रित करना संभव नहीं होता।”
फैंस और विशेषज्ञों ने इस सफाई को बेतुका और अपमानजनक बताया।
गावस्कर की प्रतिक्रिया
- सुनील गावस्कर ने इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया, लेकिन उनके करीबियों का कहना है कि वह इस घटनाक्रम से आहत हैं।
- गावस्कर ने हमेशा क्रिकेट को आगे बढ़ाने में योगदान दिया है, और उनका नजरअंदाज किया जाना कई लोगों को खल रहा है।
क्रिकेट फैंस की नाराजगी
- क्रिकेट प्रेमियों ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर की।
- फैंस ने कहा कि गावस्कर जैसे दिग्गज के साथ ऐसा व्यवहार करना खेल भावना का अपमान है।
- कई लोगों ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को असंवेदनशील और पक्षपाती करार दिया।
सुनील गावस्कर की विरासत
- सुनील गावस्कर भारत के पहले बल्लेबाज हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 10,000 रन का आंकड़ा पार किया।
- उनकी क्रिकेट यात्रा ने कई युवा खिलाड़ियों को प्रेरित किया है।
- आज भी गावस्कर विश्व क्रिकेट में एक सम्मानित नाम हैं, और उनका इस तरह अपमान करना उनकी प्रतिष्ठा पर सवाल उठाता है।
निष्कर्ष
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की सफाई ने विवाद को शांत करने के बजाय और बढ़ा दिया है। सुनील गावस्कर जैसे दिग्गज के साथ ऐसा व्यवहार क्रिकेट जगत के लिए एक चिंताजनक संकेत है। फैंस और विशेषज्ञों की मांग है कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया इस पर सार्वजनिक माफी मांगें।